इस वर्ष जो रेडक्रॉस दिवस की जो थीम " मानवता को जीवित रखना" (keeping humanity alive) रखी गई है वह बहुत ही सराहनीय थीम है।
वास्तव में आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हम लोग सामाजिक दायित्वों के प्रति उदासीन हो गए है। समाज के प्रति अपना उत्तरदायित्व को भूल रहे है। पे बैक टू सोसाइटी का महत्व भूल गए है। मनुष्य इतना स्वार्थी हो गया हैं कि केवल अपने परिवार, जाति, सांप्रदायिक कट्टरता में फंसता जा रहा है। समाज में धार्मिक और सांप्रदायिक कट्टरता को बढ़ावा देते हुए मानवीय मूल्यों को भूलता जा रहा है।